बदायूं। स्व० मुलायम सिंह यादव के बाद मुसलमान समाजवादी पार्टी में घुटन महसूस कर रहा है। मुसलमान की सपा में कद्र और एहमियत बहुत कम हो गई है। यह कहना है पूर्व राज्य मंत्री आबिद रजा का। उन्होंने कहा कि मुसलमान को पार्टी में संख्या बल के आधार पर सियासी हिस्सेदारी नहीं मिल पा रही है। अब सपा में मुसलमान का काम नारे लगाना, पोस्टर लगाना, स्वागत करना, नेताओं को हार पहनाना ही सिर्फ बचा है। सपा में मजबूत मुसलमान लीडर को जानबूझ कर कमज़ोर किया जा रहा है।
आबिदराजा कहते हैं कि जिल बदायूं में अब उन्ही फर्जी मुस्लिम नेताओं की ज्यादा इज्जत है जो पैसा लेकर चुनाव लड़ाने के लिए जनता में मशहूर हो चुके हैं। जो चुनाव में कौम का सौदा करते है। आने वाली नस्लें ऐसे लोगो को माफ नहीं करेंगी।
*सेक्युलर महापंचायत के बाद लगा रहे है जनता की चौपाल*
बदायूं। हाल में आबिद रजा सपा के राष्ट्रीय सचिव से इस्तीफा देने के बाद सहसवान में सफल "सेक्यूलर महापंचायत" कर चुके हैं जिसमें पूरे जिले से भीड़ इकट्ठा हुई ।
पूर्व मंत्री ने कहा कि " सेक्यूलर महापंचायत" के सफल कार्यक्रम के बाद अब "जनता की चौपाल" के माध्यम से सीधे जनता से संवाद कायम कर रहे है। लगातार तीन दिन से कार्यक्रम के माध्यम से आबिद रजा जनता की समस्याएं सुनने के साथ-साथ राजनैतिक संदेश भी जनता तक पहुंचा रहे हैं।
पूर्व मंत्री आबिद रजा जिले के सेक्युलर लीडर के रूप में एक मजबूत मुस्लिम चेहरा बनकर नौजवानों को प्रभावित कर रहे हैं। मोहल्ला नई सराय, शाहबाजपुर. हकीमगंज, वेदोटोला, जामामस्जिद के बाद आज आबिद रज़ा ने मोहल्ला खण्डसारी, जोगीपुरा, कटरा ब्रह्ममपुर में जनता की चौपाल" लगा कर बदायूं से लोक सभा चुनाव की तैयारी की हालांकि आबिद रजा ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं
कटआउट लगाकर जनता आबिद रजा से से बदायूं से लोकसभा का चुनाव लड़ने की मांग कर चुकी है।
होर्डिंग - कटआउट से भी सियासी बाजार गर्म है।
आज जनता की चौपाल में मुख्य रूप से अबरार सभासद, डॉक्टर सदाकत, अंसार, हिमांशु, सुनील, शकील भाई, स्वालीन, ग्रीश चंद्र साहू, पप्पू फारूखी, हबीब फारूखी, आशिक फारूकी, मन्ना भाई, यूसुफ कुरैशी, रिजवान तुर्क, भोला मेम्बर, पप्पू भाई, फिरोज अंसारी, रशीद मुल्ला जी आदि मौजूद रहे।